कल्पना रजनी रम्य रिझाऊ
कल्पना प्रणय पूज्य बनाऊ
कल्पना हृदयभित्र उदाऊ
कल्पना हवन नित्य गराऊ
कल्पना सरस भाव बगाऊ
कल्पना मिलनगीत सुनाऊ
कल्पना गगनभित्र उडाऊ
कल्पना कुसुम सौम्य फुलाऊ
प्रेममा दिल पवित्र लगाऊ
प्रेम पावन मिलेर रमाऊ
प्रेमपूर्वक सदैव सधाऊ
प्रेमलाई मनभित्र मिलाऊ
कल्पना अनिलमा गुण देऊ
कल्पना सुनिल सज्जन पाऊ
कल्पना दु:ख र दर्द भगाऊ
कल्पना असल मार्ग बताऊ
कल्पना विमल छान विचार
कल्पना प्रणवनाथ पुकार
कल्पना बन सदैव उदार
कल्पना भवन सुन्दर पार
स्स्नेहा गुनी हुनू ध्यानी पुजेर कुलदेवता
स्नेहा बन सधैं ज्ञानी रिझाई जननीपिता ।

अमेरिका