जाजरकोट भूकम्प पीडितहरूको सहयोगार्थ खेल्न सकिने देउसी भैलो भट्याउन र आअफ्नो ठाउँअनुसार भाका राख्न सकिने ।

संकलन – मोती भुजेल

आ ~ है ~~ घर बेटि बाबा
आ ~है ~~ घर बेटि आमा
आ ~ है ~~ सुन्नु है सुन्नु
आ ~ है ~~ मन भरि गुन्नु
आ ~ है ~~ जाजरकोट केन्द्र
आ ~ है ~~ भएर आयो
आ ~ है ~~ रातीमा गयो
आ ~ है ~~ ठुलै क्षति भयो
आ ~है ~~ एक घर हैन
आ ~है ~~ दुई घर हैन
आ ~है ~~ सयमा सय
आ ~ है ~~ हजारौं हजार
आ ~है ~~~पुरै क्षति भए
आ ~ है ~~ बुढा र बुढी
आ ~ है ~~ केटा र केटी
आ ~ है ~~ गाई र बस्तु
आ ~ है ~~ भुकम्पमा परि
आ ~ है ~~ धेरै मरि गए
आ ~ है ~~ छिटो उद्दार गरौँ
आ ~ है ~~ बाँचेका पनि
आ ~ है ~~ बिरामी परे
आ~ है ~~ उपचार गरौँ
आ ~ है ~~ खान र बस्न
आ ~ है ~~ व्यवस्था गरौँ
आ ~ है ~~ बुढा र बुढीलाई
आ ~ है ~~ केटा र केटीलाई
आ ~ है ~~ चिसोट जोगाऔँ
आ ~ है ~~ घर बेटि बाबा
आ ~है ~~ घर बेटि आमा
आ ~ है ~~ गार्हो पिरो
आ~ है ~~ नमान्नु होला
आ ~ है ~~ सकेको दान
आ ~ है ~~ दिनु होला
आ ~है ~~ मेचीदेखि
आ ~ है ~~ महाकालीसम्म
आ ~ है ~~ नामै चलोस्
आ ~ है ~~ खान पुगोस्
आ ~ है ~~ दिन पुगोस्
आ ~ है ~~ हजुरहरूको
आ ~ है ~~ बाँकी जीवन
आ~ है ~~ सुखमय बितोस्
आ ~ है ~~ परिवार जनमा
आ ~ है ~~ सुख शान्ति
आ ~ है ~~ समृद्धि छाओस्
आ ~ है ~~हजुरहरूले
आ ~ है ~~ दिएको दान
आ ~ है ~~ खेर जान दिन्नौँ
आ ~ है ~~ अफ्ट्यारो बाटो
आ ~ है ~~ लड्दै र पड्दै
आ ~है ~~ जाजरकोटदेखि
आ ~है ~~ मुसिकोटसम्म
आ ~ है ~~ पुग्नु नै पर्छ…

हजुरहरूले गरेको दान
खेर जान्न, नराम्रो नठान्नु ।